लाइव हिंदी खबर :- राज्य बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष नागन्ना गौड़ा ने कहा कि वे उत्तर कर्नाटक में बाल संरक्षण और अधिकारों को लेकर बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि आयोग बच्चों से जुड़े 8 से 10 प्रमुख मुद्दों पर कानूनों के सही तरह से क्रियान्वयन पर काम कर रहा है, जिनमें पॉक्सो कानून, शिक्षा का अधिकार, बाल स्वास्थ्य और बाल विवाह की रोकथाम जैसे विषय शामिल हैं।

गौड़ा ने कहा कि ये सभी कानून प्रभावी ढंग से लागू किए जा रहे हैं और बच्चों की सुरक्षा तथा उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। बैठक में पुलिस विभाग, महिला एवं बाल कल्याण विभाग और चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट की भूमिका की भी समीक्षा की जाएगी, ताकि इन संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हो सके।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि दौरे के दौरान चाइल्ड डेवलपमेंट एकेडमी और जिला अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा। विशेष रूप से बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार की गुणवत्ता और उपलब्धता की जांच की जाएगी, ताकि कुपोषण जैसी समस्याओं को रोका जा सके।
राज्य बाल अधिकार आयोग का मानना है कि बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े प्रयासों में जागरूकता और प्रशासनिक जिम्मेदारी दोनों ही अहम हैं। इस तरह की पहल से न केवल बाल अधिकारों की रक्षा होगी बल्कि समाज में बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव भी मजबूत होगी।