लाइव हिंदी खबर :- अगरतला में असम राइफल्स ग्राउंड पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, डीजीपी अनुराग धनखड़ और स्कूली छात्रों ने ड्रोन और एंटी-ड्रोन तकनीक का लाइव प्रदर्शन देखा। यह अभ्यास असम राइफल्स और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।

प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों ने दिखाया कि कैसे आधुनिक तकनीक की मदद से सीमा सुरक्षा को मजबूत किया जा सकता है। ड्रोन निगरानी और संभावित खतरों की पहचान में उपयोगी साबित होते हैं, वहीं एंटी-ड्रोन सिस्टम दुश्मन की किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत निष्क्रिय करने की क्षमता रखते हैं।
सीएम माणिक साहा ने इस मौके पर कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर लगातार बदलती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए इस तरह की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल बेहद जरूरी है। उन्होंने असम राइफल्स और सेना के इस प्रयास की सराहना की और छात्रों को प्रेरित किया कि वे तकनीक और राष्ट्र रक्षा के महत्व को समझें।
कार्यक्रम में मौजूद छात्रों ने भी इसे एक अनोखा अनुभव बताया और कहा कि इससे उन्हें तकनीकी नवाचार और सुरक्षा तैयारियों के बारे में व्यावहारिक जानकारी मिली।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के अभ्यास से न केवल सुरक्षा बलों की क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि स्थानीय लोगों और युवाओं में भी राष्ट्र सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती है।