लाइव हिंदी खबर :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत अब केवल घरेलू ज़रूरतों को पूरा करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में 100 देशों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) एक्सपोर्ट करेगा। उन्होंने कहा कि भारत के पास वैश्विक अर्थव्यवस्था की धीमी विकास दर को बदलने और तेज़ धारा में मोड़ने की शक्ति है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में ई-मोबिलिटी सेक्टर लगातार मज़बूत हो रहा है। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, बैटरी निर्माण और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भारत ने जो निवेश और प्रगति की है, वह दुनिया के लिए एक उदाहरण बन सकती है। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल “बाज़ार” नहीं है, बल्कि “निर्माण शक्ति” बनकर उभर रहा है।
मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि भारत का लक्ष्य केवल आर्थिक विकास नहीं, बल्कि सतत विकास है। इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन और निर्यात भारत को न केवल कार्बन उत्सर्जन घटाने में मदद करेगा, बल्कि दुनिया को भी हरित ऊर्जा की ओर प्रेरित करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की युवा शक्ति, उद्यमिता और तकनीकी विशेषज्ञता ही वह ताकत है जो वैश्विक स्तर पर धीमी होती विकास दर को गति प्रदान कर सकती है। मोदी ने कहा, “हमारे पास तेज धारा को मोड़ने की ताकत है। आने वाले वर्षों में भारत ग्लोबल ग्रोथ का इंजन बनेगा।”
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का EV निर्यात बढ़ने से न केवल घरेलू उद्योग को मज़बूती मिलेगी, बल्कि विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही ऑटोमोबाइल सेक्टर में लाखों नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
भारत के इस कदम से दुनिया भर में सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।