लाइव हिंदी खबर :- भरतपुर के बयाना से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे पढ़ने के बाद आपका दिल भी सहम जाएगा। यहां एक ढाई साल का बच्चा खेलते-खेलते स्टील के एक कलश को अपने सिर में फंसा लिया। कलश में सिर फंसने के बाद बच्चा ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाकर रोने लगा। बच्चे का नाम पीयूष है, जिसके चिल्लाने की आवाज़ सुनकर उसके घर वाले उसके पास आए।
परिजनों ने जैसे ही देखा कि पीयूष के सिर में स्टील का कलश फंस गया है तो उनके होश ही उड़ गए। उन्हें कुछ नहीं सूझ रहा था कि पहले क्या किया जाए। बच्चे को रोता-बिलखता देख घर वालों ने काफी कोशिशें की, लेकिन लगातार डेढ़ घंटे तक किए गए तमाम प्रयास नाकाम रहे। बच्चा काफी देर से कलश के अंदर फंसा हुआ था, जिससे वह काफी डर गया था और लगातार ज़ोर-ज़ोर से रो रहा था।
घर पर की गई कोशिशों में फेल होने के बाद परिजन पीयूष को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मदद करने के बजाए सीधे जवाब दे दिया। बच्चे को ऐसी हालत में देख वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। अब डॉक्टरों ने भी जवाब दे दिया था, जिससे पीयूष के परिजनों की चिंता और भी बढ़ गई।
अब सभी पैंतरे अपनाने के बाद पीयूष के परिजन उसे सैकड़ों लोगों के साथ ही बयाना के छोटा बाजार ले गए। जहां वे बर्तन विक्रेता और सुनार की दुकान पर मदद के लिए पहुंचे। आखिरकार पीयूष और उसके परिजनों की राहत की सांसें बाज़ार में ही मिली। घर पर की गई तमाम कोशिशों और अस्पताल से निराशा हाथ लगने के बाद उनकी सभी चिंता बाज़ार में खत्म हो गई।
छोटा बाज़ार में सर्राफा की दुकान चलाने वाले कपिल सोनी ने घटना के करीब तीन घंटे बाद पीयूष के सिर से कलश को काट कर निकाला। इस काम में कपिल ने चार अन्य लोगों की भी मदद ली थी। पीयूष के सिर से कलश निकलने के बाद न सिर्फ पीयूष और उसके परिजन ही बल्कि वहां इकट्ठा हुए सभी लोग भी काफी खुश हो गए।