लाइव हिंदी खबर :- आप किसी बड़े शहर में रह रहे हों या छोटे शहर में, आप किसी गांव में रह रहे हों या किसी जिला मुख्यालय में.. आपको जितने भी स्कूल बस दिखते होंगे, उनका रंग पीला ही होता होगा। लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश करी, कि आखिर स्कूल बसों का रंग पीला ही क्यों होता है? अगर आपको स्कूल बसों के पीले रंग के बारे में जानकारी है तो बढ़िया ही है, और अगर नहीं मालूम तो निराश मत होइए हम आपको पीले रंग के पीछे का राज़ बताने रहे हैं।
अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल बस के रंगों को लेकर आदेश जारी किए थे कि प्राइवेट स्कूलों की बसों का रंग पीला होना अनिवार्य है। बताते चलें कि स्कूल बस का पीला रंग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के ज़्यादातर देशों में है। स्कूल बस के पीले रंग के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि पीला रंग अन्य रंगों के मुकाबले 1.24 गुणा अधिक आकर्षित होता है। जिसकी वजह से इसे दूर से भी देखा जा सकता है। स्कूल बस को पीला रंग देने के पीछे सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखा गया है। पीला रंग सर्दियों के दौरान घने कोहरे में भी देखा जा सकता है। ताकि सड़क पर चलने के दौरान दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
साल 2012 में कोर्ट ने स्कूल बसों के पीले रंग के साथ-साथ और भी कई तरह के आदेश जारी किए थे। जिनमें ये भी अनिवार्य किया गया था कि स्कूल बस पर स्कूल का नाम, कॉन्टेक्ट नंबर लिखा होना चाहिए। इसके साथ ही सभी स्कूल बस में फर्स्ट एड का सामान भी होना अनिवार्य है। स्कूल बसों की गति के लिए स्पीड गवर्नर होना चाहिए और बस का ड्राइवर वेल वेरिफाइड होना चाहिए। यदि आपको कोई स्कूल बस किसी भी नियमों का उल्लंघन करते दिखती है तो आप उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते हैं।