लाइव हिंदी खबर :- जीवन जीने के लिए हर किसी को एक ना एक दिन जीवनसाथी की जरूरत होती है। आपके कई जीवित लोगों की शादियां होते हुए देखी होंगी लेकिन क्या आपने कभी भूतों की शादी के बारे में सुना है? जी हां भूतों की शादी। केरल में बसे एक गांव में मरे लोगों की शादी कराई जाती है। यह परंपरा केरल के कासारगोड में निभाई जाती है।
इस अजीबोगरीब परंपरा के अंतर्गत मृत बच्चों का परिवार उनकी शादी करवाता है। इस परंपरा को ‘प्रेता कल्याणम’ यानी भूतों की शादी के नाम से जाना जाता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस परंपरा में शादी बिल्कुल वास्तविक जिंदगी जैसी होती है। इसमें केवल एक ही अंतर रहता है कि असली दूल्हा-दुल्हन की जगह पर उनके पुतले रखे जाते हैं। बीते वर्ष इस परंपरा के तहत रमेश और सुकन्या की शादी हुई।
फर्क उतना था कि इस शादी में उनके पुतले रखे गए। रमेश और सुकन्या की मृत्यु बचपन में ही हो गई थी। इस परंपरा के तहत दोनों पक्ष के लोग कुंडली तक मिलाते हैं, पूरा माहौल ऐसा होता है जैसे किसी जीवित इंसान की शादी ही हो इसमें भी प्रेत दुल्हा दुल्हन के गले में मंगलसूत्र डालता है। इसके बाद केले के पत्तों पर पारंपरिक तरह से भोज कराया जाता है।
जानकारी के लिए बता दें कि कई लोग इसे यहां इसे अंधविश्वास का नाम देते हैं, वहीं जिले में रहने वाले कुछ समुदाय मानते हैं कि वे मृत बच्चों का सम्मान कर रहे हैं। उनका मानना है कि जो शादी से पहले युवावस्था में ही या फिर शादी के तुरंत बाद ही मर जाते हैं ये उनका सम्मान है। परिवार ज्योतिषी से संपर्क करते हैं जो उन्हें बताता है कि सालों पहले मरे हुए बच्चे की आत्मा को शांति की जरूरत है। इसके बाद ज्योतिष से तारीख निकलवाई जाती है इसके बाद पूरे विधि विधान के साथ शादी कराई जाती है। जिससे दूल्हे-दुल्हन को स्वर्ग में कोई दिक्कत ना हो।