लाइव हिंदी खबर :- आपने वो साउथ इंडियन फिल्म “मक्खी” तो जरूर देखी होगी, उसमें कैसे चालाकी से वो मक्खी अपने दुश्मनों से बदला लेती है। अगर हम आपको बताएं कि मक्खी तो नहीं लेकिन मच्छरों में तेज दिमाग जरूर होता है तो आप एक बार को इस बात पर विश्वास नहीं करेंगे लेकिन यह सच है उनके अंदर बहुत दिमाग होता है। मच्छर अपने छोटे से दिमाग में मौजूद गंध पहचानने की रहस्यमयी क्षमता के चलते अपने शिकार को सूंघकर ढूंढ लेते हैं।
मच्छर आप को इसलिए काटते हैं कि आप का खून मीठा है तो यह ज्यादा गलत नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि मच्छरों में खून की गंध पहचानने की अद्भुत क्षमता होती है। बता दें कि, रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों ने बीयर पी रखी थी, बाकी लोगों की तुलना में उन्हें मच्छरों ने ज्यादा काटा। लेकिन क्या ऐसा हर शराब के साथ होता है या फिर सिर्फ बीयर के मामले में ही, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है।
ऐसा आपने भी देखा होगा कि कुछ लोगों को मच्छर बहुत ज्यादा काटते हैं और कुछ लोगों के पास तो वो जाते भी नहीं। जानकारी के लिए बता दें, एक नए अध्ययन में एक बात सामने आई है कि मच्छरों को उन लोगों की गंध को याद रहती है जो कि उन्हें मारने की नाकाम कोशिश करते हैं। वैज्ञानिकों ने मच्छरों पर शोध किया जिसमें उन्हें पता चला कि मच्छर उन्हें काटने आते हैं जो मरते हैं लेकिन सफल नहीं हो पाते।
वर्जीनिया पॉलिटेक्निक संस्थान और राज्य विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ये शोध किया जिसमें ये निष्कर्ष निकला कि मच्छर उन लोगों से दूर भागते हैं जो कि मच्छर को मार देते हैं। उन्हें उस इंसान की गंध याद रहती है। ऐसा पाया गया है कि शारीरिक रूप से सक्रिय लोगों को मच्छर अधिक काटता है।
इसका मुख्य कारण यह हैं कि पसीने में लैक्टिक एसिड, यूरिक एसिड, अमोनिया जैसे तत्व होते है। जिनसे मच्छर अधिक तीव्रता से आकर्षित होते है। इसके अलावा पसीने की गंध से और फूलों से बने इत्र की खुशबू के कारण भी मच्छर ज्यादा काटते है। अनुसंधान में यह भी देखा गया है कि मच्छर ‘ओ’ रक्त समूह की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।