लाइव हिंदी खबर :- राजधानी दिल्ली के सफदरजंग एंकलेव स्थित हुमायूंपुर गांव में तुगलकों द्वारा बनाए गए मकबरे को लेकर एक नया मोड़ आ गया है। भगवा रंग पोत कर मकबरे को शिवमंदिर बनाने को लेकर उठे विवाद के बाद अब एक नई बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि मकबरे को रातों-रात मंदिर ? में तब्दील नहीं किया गया है, बल्कि यहां बीते 47 सालों से भगवान शिव की पूजा की जा रही है।
तुगलकों द्वारा बनाया गया ये 600 साल पुराना मकबरा दिल्ली के पुरातत्व विभाग के अधीन है। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज की मानें तो यह एक गुंबद है। लेकिन यह अब एक शिव मंदिर है, जहां पिछले 47 सालों से शिवलिंग के साथ-साथ अन्य हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि इसे केवल धार्मिक मुद्दा बनाया जा रहा है, ताकि उनके गांव में तनाव को बढ़ाया जा सके।
बता दें कि मकबरे को रातों-रात शिवमंदिर बनाए जाने को लेकर विवाद गहरा गया था। बताया जा रहा है कि इस साल मार्च महीने में मकबरे को सफेद और भगवा रंग में रंग दिया गया था। इसके साथ ही यहां भगवान श्री कृष्ण और राधा की मूर्तियां भी स्थापित कर दी गई थीं। पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद दिल्ली सरकार की भी मुश्किलें बढ़ गई। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।