लाइव हिंदी खबर :- हमने अकसर टेलीविजन के पर्दे या अखबार के पन्ने पर ऐसा होते देखा है कि गांव-देहात में लोग किसी औरत को डायन करार देते हुए उसे पेड़ से बांधकर आग लगा देते हैं या पीट-पीटकर उसकी हत्या कर देते हैं। जब यहां लोग किसी महिला को गलत काम करते हुए पाते हैं तो ऐसा करते हैं। कभी-कभार गलतफहमी और अंधविश्वासों के चलते लोग ऐसा करते हैं।
अंधविश्वासों का ये दौर समाज में आज भी प्रचलित है। न केवल भारत में बल्कि दुनिया के तमाम हिस्सों में लोग आज भी अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं। जैसे आज के समाज में लोगों के मन में तमाम भ्रान्तियां हैं ठीक वैसे ही प्राचीन समय में भी इसका काफी बोलबाला था। आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आपको इस बात पर यकीन हो जाएगा कि पहले के दिनों में भी लोगों के मन में किस तरह की भ्रान्तियां थी।
बता दें उत्तरी पोलैंड में एक शव मिला जिसके मुंह में एक पत्थर रखा गया था। शव का परीक्षण करने पर कुछ ऐसी बातें सामने आई जो कि वाकई में हैरान कर देने वाली थी। दरअसल पोलैंड में आज से करीब 500 साल पहले एक महिला को वैंपायर या चुड़ैल समझकर उसकी हत्या कर दी गई थी। 16 वीं शताब्दी में इस बर्बर हत्या को अंजाम दिया गया था। कुछ समय पहले एक पहाड़ी पर लोगों को ये शव बहुत ही बुरी हालत में मिली।
इस शव के हाथ-पैर बंधे हुए थे और साथ ही इस शव के मुंह में एक पत्थर भी मिला। इस महिला पर वैंपायर होने का अपवाद लगाते हुए इसे मारा गया था। मारने के बाद उसके मुंह में एक पत्थर रख दिया गया था ताकि वो किसी और का खून न पी सके और न ही किसी को काट सके।
वर्तमान समय में महिला का ये शव कैमी म्यूजियम ऑफ लैंड हिस्ट्री में रखा गया है। बता दें प्राचीन यूरोप में लोगों को वैंपायर होने के शक में उन्हें जिंदा जला दिया जाता था और उनके मुंह में पत्थर का एक टुकड़ा रख दिया जाता था। इस घटना से एक बात तो साफ है कि समाज में अंधविश्वासों का दौर कल भी था और आज भी है। भविष्य में इसकी रोकथाम करने के लिए समाज में रह रहे लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।